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Article : Current Affairs 13 August 2018.
Updated at : Tue, 14 August, 2018 , 04:04:16 AM ( IST )
  1.  

आशीष कुमार भूटानी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त


भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी आशीष कुमार भूटानी को 13 अगस्त 2018 को  प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया गया है. कार्मिक मंत्रालय की ओर से इस बारे में आदेश जारी किया गया.
भूटानी 1992 बैच के असम-मेघालय कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. इस पद पर उनकी नियुक्ति 9 मई, 2020 तक की गई है. पीएमएफबीवाई का शुभारंभ 2016 में एक राष्ट्र एक योजना की तर्ज पर किया गया था.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
•    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 13 जनवरी 2016 को एक नई योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) का अनावरण किया. 
•    यह योजना उन किसानों पर प्रीमियम का बोझ कम करने में मदद करेगी जो अपनी खेती के लिए ऋण लेते हैं और खराब मौसम से उनकी रक्षा भी करेगी.
•    बीमा योजना को एक मात्र बीमा कंपनी, भारतीय कृषि बीमा कंपनी (एआईसी) द्वारा नियंत्रित किया जाएगा. 
•    पीएमएफबीवाई राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (एनएआईएस) एवं संशोधित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (एमएनएआईएस) की एक प्रतिस्थापन योजना है और इसलिए इसे सेवा कर से छूट भी प्रदान की गई है.
•    बीमा दावे के निपटान की प्रक्रिया को तेज और आसान बनाने का निर्णय लिया गया है ताकि किसान फसल बीमा योजना के संबंध में किसी परेशानी का सामना न करें. 
•    यह योजना भारत के हर राज्य में संबंधित राज्य सरकारों के साथ मिलकर लागू की जायेगी.
•    एसोसिएशन में निपटान की प्रक्रिया बनाने का फैसला किया गया है. इस योजना का प्रशासन कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया जाएगा.
योजना के उद्देश्य
•    प्राकृतिक आपदाओं, कीट और रोगों के परिणामस्वरूप अधिसूचित फसल में से किसी की विफलता की स्थिति में किसानों को बीमा कवरेज और वित्तीय सहायता प्रदान करना.
•    कृषि में किसानों की सतत प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए उनकी आय को स्थायित्व देना.
•    किसानों को कृषि में नवाचार एवं आधुनिक पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना.
•    कृषि क्षेत्र में ऋण के प्रवाह को सुनिश्चित करना.

केंद्र सरकार ने इलाहाबाद बैंक की पूर्व एमडी उषा अनंतसुब्रमण्यम को बर्खास्त किया


केंद्र सरकार ने 13 अगस्त 2018 को पीएनबी धोखाधड़ी मामले में इलाहाबाद बैंक की पूर्व एमडी उषा अनंतसुब्रमण्यम को बर्खास्त कर दिया है. उनकी बर्खास्तगी ठीक उसी दिन हुई जिस दिन वह रिटायर होने वालीं थी. सरकार ने अधिसूचना जारी कर इसकी जानकारी दी.

बतौर रिपोर्ट्स, सरकार ने सीबीआई को उषा अनंतसुब्रमण्यम पर मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है. इससे पहले मई 2018 में पीएनबी मामले में सीबीआई की चार्जशीट में नाम आने के बाद अनंतसुब्रमण्यम के सभी अधिकार तत्काल प्रभाव से वापस ले लिए गए थे.

इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने पूर्व कार्यकारी निदेशक राम एस संगापुरे के खिलाफ भी अभियोजन शुरू करने को कहा है. सरकार ने प्रणाली को साफ सुथरा करने की कवायद के तहत पीएनबी के कार्यकारी निदेशक संजीव शरण के खिलाफ भी अभियोजन चलाने की मंजूरी दी है.

उषा अनंतसुब्रमण्यम के बारे में:

•    उषा अनंतसुब्रमण्यम का जन्म 01 अक्टूबर 1960 को हुआ था.

•    वे दो बार पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में शीर्ष पदों पर रही.

•    वे इलाहाबाद बैंक में जाने से पहले अगस्त 2015 से लेकर मई 2017 तक पंजाब नेशनल बैंक की प्रबंध निदेशक थीं.

•    वे जुलाई 2011 से नवंबर 2013 तक वह बैंक की कार्यकारी निदेशक रहीं थी.

पृष्ठभूमि:

इलाहाबाद बैंक निदेशक मंडल ने 14,000 करोड़ रुपये के पीएनबी धोखाधड़ी मामले में सीबीआइ द्वारा दायर आरोप पत्र में उषा का नाम आने के बाद वित्त मंत्रालय के निर्देश पर यह कदम उठाया था. लेकिन वह बैंक की कर्मचारी बनीं हुईं थी. वे 13 अगस्त 2018 को रिटायर होने वालीं थी पर उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया.

नासा ने 'पार्कर सोलर प्रोब’ मिशन लॉन्च किया


अमेरिकी स्पेस एंजेंसी नासा ने 12 अगस्त 2018 को अपना पहला सोलर मिशन 'पार्कर सोलर प्रोब' मिशन लॉन्च किया है. फ्लोरिडा के केप केनेवरल स्थित प्रक्षेपण स्थल से डेल्टा-4 रॉकेट इसे लेकर अंतरिक्ष रवाना किया गया.

यह पहली बार होगा जब कोई स्पेसक्राफट सूर्य के इतने करीब जाएगा और उसका अध्ययन करेगा. इसके प्रक्षेपण का मुख्य मकसद कोरोना के रहस्य से पर्दा उठाना है.

पार्कर सोलर मिशन में कार के आकार का एक अंतरिक्ष यान सीधे सूर्य के कोरोना के चक्कर लगाएगा. यह यान पृथ्वी की सतह से 65 लाख किमी की दूरी पर और अब तक भेजे गए अंतरिक्ष यानों के मुकाबले सूर्य से सात गुना करीब होगा.

कोरोना:

कोरोना प्लाज्मा से बना होता है और यह वायुमंडल की तरह सूर्य और तारों को चारों ओर से घेरे रहता है. अस्वाभाविक रूप से इसका तापमान सूर्य के सतह से 300 गुना ज्यादा होता है. इससे शक्तिशाली प्लाज्मा और तीव्र ऊर्जा वाले कणों का उत्सर्जन भी होता है, जो धरती पर स्थित पावर ग्रिड में गड़बड़ी ला सकता है.

उद्देश्य:

नासा के मिशन का उद्देश्य कोरोना के पृथ्वी की सतह पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन करना है. स्पेसक्राफ्ट के जरिये कोरोना की तस्वीरें ली जाएंगी और सतह का मापन किया जाएगा. पार्कर सोलर प्रोब का लक्ष्य अपने सात साल के मिशन में कोरोना के 24 चक्कर लगाने का है. इस यान में लगे उपकरण कोरोना के विस्तार और सौर वायु का अध्ययन करेंगे.

 NASA launches Parker Solar Probe mission to study Sun’s coronaमुख्य तथ्य:

•    इस यान को केवल साढ़े चार इंच (11.43 सेंटीमीटर) मोटी हीट रेसिसटेंट शील्ड से सुरक्षित किया गया है जो इसे सूर्य के तापमान से बचाएगी.

•    यह अंतरक्षियान सूरज की सतह के सबसे करीब 40 लाख मील की दूरी से गुजरेगा.

•    इस प्रॉजेक्ट पर नासा ने 103 अरब रुपये खर्च किए हैं। यह यान 9 फीट 10 इंच लंबा है और इसका वजन 612 किलोग्राम है.

•    यह मिशन जब सूरज के सबसे करीब से गुजरेगा तो वहां का तापमान 2500 डिग्री सेल्सियस तक होगा.

पार्कर सोलर प्रोब का नाम:

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स अप्लाइड फिजिक्स लैब में तैयार ‘पार्कर सोलर प्रोब’ का नाम अमेरिकी खगोलशास्त्री यूजीन पार्कर के नाम पर रखा गया है.

पार्कर सोलर प्रोब क्‍या है?

पार्कर सोलर प्रोब एक रोबोटिक स्पेसक्राफ्ट है. इसे छह अगस्त को फ्लोरिडा प्रांत के केप कैनावेरल से प्रक्षेपित किया गया. यह अंतरिक्षयान दूसरे यानों की तुलना में सूर्य के सात गुना ज्यादा करीब जाएगा.

सूर्य के करीब हेलिअस-2:

जर्मनी की अंतरिक्ष एजेंसी और नासा ने मिलकर वर्ष 1976 में सूर्य के सबसे करीब हेलिअस-2 नामक प्रोब भेजा था. यह प्रोब सूर्य से 4.30 करोड़ किमी की दूरी पर था. धरती से सूर्य की औसत दूरी 15 करोड़ किमी है.

अंतरिक्ष के वातावरण की भविष्यवाणी:नासा को उम्मीद है कि इस प्रोब से वैज्ञानिक धरती के वातावरण में होने वाले बदलावों की भविष्यवाणी करने में सक्षम हो सकेंगे.

मध्य प्रदेश में शहीद सम्मान दिवस मनाया गया


मध्य प्रदेश के सभी जिलों में 14 अगस्त को 'शहीद सम्मान दिवस' मनाया जा रहा है. इस दिन शहीदों के गांवों में शहीद सम्मान दिवस मनाया जा रहा है. इसके आलावा शहीदों के परिवारों का सम्मान भी किया जाएगा.

                                                                           उद्देश्य:

राज्य सरकार ने शहीद सम्मान दिवस पर युद्ध, सैनिक कार्यवाही, आंतरिक सुरक्षा, नक्सलवाद और आतंकवादियों गतिविधियों के दौरान कर्त्तव्य निर्वहन करते हुए अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले मध्यप्रदेश के निवासी शहीदों के परिवारों को सम्मानित करने का निर्णय लिया है.

महत्व:

जिस गाँव में शहीद सैनिक का जन्म हुआ अथवा उनका परिवार निवास कर रहा है, वहाँ के विद्यालय अथवा शासकीय भवन का नामकरण शहीद के नाम पर किया जाएगा.

मुख्य तथ्य:

•    शहीद सम्मान दिवस कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री, स्थानीय मंत्री, सांसद, विधायक और अन्य जन-प्रतिनिधि सम्मिलित होंगे.

•    विद्यालयों में शहीदों की स्मृति में कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे तथा स्कूली बच्चों के समक्ष शहीदों की शौर्य गाथा का वाचन किया जायेगा.

•    कुल मिलाकर, प्रदेश में 602 शहीद सैनिकों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित होंगे.

•    भोपाल में 13 शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया जायेगा. सीहोर तथा राजगढ़ में 4-4 रायसेन में 3 और विदिशा में एक शहीद सैनिक के परिवार को सम्मानित किया जायेगा.

•    शहीद सम्मान दिवस पर सेना में शहीद हुए 312 केन्द्रीय अर्ध सैनिक बल के 119 और मध्यप्रदेश पुलिस के 171 शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया जायेगा.

वहीं स्वतंत्रता दिवस को लेकर राजधानी भोपाल में स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले मुख्य आयोजन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है. हर साल की तरह इस बार भी मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शिरकत करेंगे.

पृष्ठभूमि:

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीदों की याद में 14 अगस्त के दिन शहीद सम्मान दिवस मनाने की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री ने कहा है कि 15 अगस्त के एक दिन पहले 14 अगस्त के दिन मध्य प्रदेश में जितने भी शहीद हुए है. उनकी याद में शहीद सम्मान दिवस मनाया जाएगा.



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