सुप्रीम कोर्ट ने 23 जुलाई 2018 को कहा कि जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने या धरना देने पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं लग सकता है. कोर्ट ने केंद्र को निर्देश दिया कि वह ऐसे प्रदर्शनों की अनुमति देने के लिए दिशा-निर्देश तय करे.
जस्टिस एके सिकरी और अशोक भूषण की पीठ ने आंदोलनकारियों को जंतर-मंतर, बोट क्लब और अन्य जगहों पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की इजाजत दे दी है.
फैसले से संबंधित मुख्य तथ्य:
पृष्ठभूमि:
बिहार विधानसभा ने 23 जुलाई 2018 को शराबबंदी कानून में संशोधन को मंजूरी दे दी है. इन संशोधनों के जरिये शराबबंदी कानून को पहले के मुकाबले काफी हद तक नरम किया गया है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिल पेश करने के दौरान कहा कि राज्य में शराबबंदी लागू होने से काफी फायदा हुआ है. इस कानून को पेश करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी गरीब आदमी के लिए लाया गया था. गरीब लोग अपनी आय का बड़ा हिस्सा शराब खरीदने पर खर्च कर रहे थे. घरेलू हिंसा बढ़ गई थी.
संशोधित विधेयक से संबंधित मुख्य तथ्य:
पृष्ठभूमि:
बता दें कि 5 अप्रैल 2016 से बिहार में किसी भी शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगा हुआ है. इसमें नीतीश सरकार ने देसी शराब के बनाने से लेकर उसके बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगा दी. आरम्भ में केवल देसी शराब पर रोक थी बाद में सभी प्रकार की शराब की बिक्री को प्रतिबन्धित कर दिया गया.
किसी घर से शराब की बोतल बरामद होने पर उस परिवार के सभी व्यस्क सदस्यों की गिरफ्तारी का प्रावधान था. इस निर्णय के बाद बिहार देश का चौथा राज्य बना गया था जहां शराब बेचना और खरीदना पूर्णतया प्रतिबंधित है. गुजरात, नागालैंड और मिजोरम में शराबबंदी कानून पहले से ही लागू है.
लगभग सवा लाख से अधिक मुकदमे विभिन्न न्यायालयों में चल रहा है, जिसकी सुनवाई में काफी दिक्कत हो रही है. इन सभी मुद्दों को देखकर शराब बंदी कानून में बदलाव किया जाएगा.
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे के बीच किगाली में प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता के बाद आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
भारत को अफ्रीकी देशों के करीब लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन अफ्रीकी देशों के दौरे के पहले चरण पर 23 जुलाई 2018 को रवांडा पहुंचे.
भारत रवांडा के ट्रेनिंग, तकनीक, आधारभूत विकास और प्रोजेक्ट असिस्टेंस के क्षेत्र में सहयोग करता रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागमे के साथ विस्तृत बातचीत की और व्यापार एवं कृषि के क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की.
समझौते से संबंधित मुख्य तथ्य:
यह यात्रा, भारतीय प्रधान मंत्री द्वारा पहली बार, लंबे समय से दोस्ती और रवांडा और भारत के बीच सहयोग के बीच एक मील का पत्थर दर्शाती है.
रवांडा पहुंचने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 5 दिवसीय अफ्रीकी दौरे पर 23 जुलाई 2018 को रवांडा पहुंच गए जहां उनका स्वागत राष्ट्रपति पॉल कगामे ने किया. गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी रवांडा का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं.
रवांडा के बाद प्रधानमंत्री युगांडा पहुंचेंगे फिर वहां से दक्षिण अफ्रीका जाएंगे. दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में उन्हें BRICS (बांग्लादेश, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका संगठन) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेना है.
साथ ही, पीएम मोदी फरवरी में दक्षिण अफ्रीका की सत्ता संभालने वाले राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे. दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स नेताओं का 10वां शिखर सम्मेलन हो रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी का यह दूसरा अफ्रीका दौरा होगा. इससे पहले वह 2016 में मोजाम्बिक, दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया और केन्या के दौरे पर गए थे.
भारत ने रवांडा के साथ अपने रिश्तों को मजबूत किया है. इसे पूर्वी अफ्रीका के प्रवेश-द्वार के रूप में देखा जा रहा है और इसी के मद्देनजर जनवरी 2017 में भारत ने रवांडा के साथ रणनीतिक साझेदारी की.
भारत ने रवांडा को 40 करोड़ डॉलर का कर्ज दिया है और वहां भारत की ओर से प्रशिक्षण छात्रवृति कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.