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Article : Current Affairs 26 july 2018.
Updated at : Fri, 27 July, 2018 , 04:53:43 AM ( IST )
  1.  

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2018 आयोजित


ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का 10 वां संस्करण जोहान्सबर्ग, दक्षिण अफ्रीका में 25 जुलाई 2018 को शुरू हुआ. यह 3 दिवसीय लंबा शिखर सम्मेलन है और सभी ब्रिक्स नेता इसमें शामिल होंगे. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अफ्रीका का तीन-राष्ट्र दौरा दक्षिण अफ्रीका में खत्म हो जाएगा.
इस शिखर सम्मेलन का विषय ‘BRICS in Africa: Collaboration for inclusive growth and shared prosperity in the 4th Industrial Revolution' है. इस बार ब्रिक्स सम्मेलन की मेजबानी दक्षिण अफ्रीका कर रहा है.
भारत द्वारा उठाये गये मुद्दे

  • भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रहे आतंकवाद के मुद्दे को उठाया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सभी राष्ट्रों को यह जिम्मेदारी लेनी होगी कि उनकी धरती से कोई भी आतंकी गतिविधि न होने पाए.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने बहुपक्षवाद, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और नियम-आधारित विश्व व्यवस्था के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की.
  • सहयोगी ब्रिक्स नेताओं के साथ मोदी ने विभिन्न वैश्विक मुद्दों जैसे प्रौद्योगिकी के महत्व, कौशल विकास और प्रभावी बहुपक्षीय सहयोग पर एक बेहतर दुनिया बनाने पर अपने विचार साझा किए.
  • इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राज़ील के राष्ट्रपति मिशेल टेमर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सेरिल रामाफोसा से भी मिले.
  • अपने समापन संबोधन में, प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिक्स देशों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं और नीतियों को साझा करने की आवश्यकता है.
  • पिछले 3 महीने में प्रधानमंत्री मोदी, चीन के राष्ट्रपति शि जिनपिंग से तीन बार मिल चुके हैं.

अन्य विवरण
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अतिरिक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अफ़्रीकी देशों के नेताओं की बैठक तथा ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे.
ब्रिक्स अफ्रीकी देशों की बैठक में भाग लेने वाले देश हैं – रवांडा, यूगांडा, टोगो, ज़ाम्बिया, नामीबिया, सेनेगल, गैबन, इथोपिया, अंगोला एवं अफ्रीकी यूनियन.

ब्रिक्स की स्थापना का उद्देश्य

ब्रिक्स की स्थापना का मुख्य उद्देश्य अपने सदस्य देशों की सहायता करना है. ये देश एक दूसरे के विकास के लिए वित्तीय , तकनीक और व्यापार के क्षेत्र में एक दूसरे की सहायता करते हैं. ब्रिक्स देशों के पास खुद का एक बैंक भी है. इस बैंक का नाम नवीन विकास बैंक है. इसका कार्य सदस्यों देशों और अन्य देशों को कर्ज के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान करना है.

ब्रिक्स की पृष्ठभूमि
ब्रिक्स दुनिया की पांच उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है. इसमें B- ब्राजील, R- रूस, I- इंडिया, C- चीन और S- साउथ अफ्रीका शामिल है. जुलाई, 2006 में G-8 आउटरीच शिखर सम्मेलन के मौके पर रूस, भारत, चीन के नेताओं की बैठक में इस ग्रुप को बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई. जिसके बाद पहले ब्रिक्स सम्मेलन का आयोजन रूस के येकातेरिनबर्ग में 16 जून 2009 को हुआ था.

ब्रिक्स घोषणापत्र के मुख्य बिंदु

  • ब्रिक्स देशों द्वारा जारी घोषणापत्र में आतंकवाद से निपटने के लिए एक समग्र रूख का आह्वान किया गया.
  • घोषणापत्र में कट्टरपंथ से निपटना, आतंकवादियों के वित्त पोषण के माध्यमों को अवरूद्ध करना, आतंकी शिविरों को तबाह करना और आतंकी संगठनों द्वारा इंटरनेट के दुरूपयोग को रोकना शामिल है.  
  • ब्रिक्स देशों - ब्राजील , रूस , भारत , चीन और दक्षिण अफ्रीका - के समूह ने कहा कि आतंकी कृत्यों को अंजाम देने, उनके साजिशकर्ताओं या उनमें मदद देने वालों को निश्चित रूप से जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.
  • ब्रिक्स ने घोषणापत्र में कहा, हम सभी राष्ट्रों से आतंकवाद से लड़ने के लिए एक समग्र रूख अपनाने का आह्वान करते हैं जिसमें कट्टरपंथ , विदेशी आतंकी लड़ाकों की भर्ती ,  आतंकवादियों के वित्तपोषण के स्रोतों एवं माध्यमों को अवरूद्ध करना, आतंकी शिविरों को तबाह करना और उनके द्वारा इंटरनेट के दुरूपयोग से निपटना शामिल हो.
  • ब्रिक्स देशों ने कहा कि हम मानते हैं कि मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में संघर्ष लंबे समय से संघर्ष को समाप्त किये जाने के संकल्प में देरी के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए.


वर्तमान परिदृश्य में ब्रिक्स का महत्व

•    पिछले 10 वर्षों में उभरते बाजारों और विकासशील देशों के बीच सहयोग के लिए ब्रिक्स एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है.
•    ब्रिक्स सदस्य देशों में एशिया, अफ्रीका, यूरोप एवं अमेरिका के देश शामिल हैं एवं जी20 के देश शामिल हैं.
•    ब्रिक्स देशों के पास दुनिया की जीडीपी का 22.53 फीसदी हिस्सा है. विश्व का 18 प्रतिशत व्यापार यही देश करते हैं.
•    अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के आंकड़ों के अनुसार पिछले 10 वर्षों ने इन देशों ने वैश्विक आर्थिक विकास में 50 प्रतिशत भागीदारी निभाई है.

केंद्र सरकार ने वोडाफोन और आइडिया के प्रस्तावित विलय को अंतिम मंजूरी दी

केंद्र सरकार ने 26 जुलाई 2018 को वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्‍युलर के प्रस्‍तावित विलय को अपनी अंतिम मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही देश के सबसे बड़ी मोबाइल ऑपरेटर कंपनी बनने का रास्‍ता भी साफ हो गया है.

दूरसंचार विभाग ने वोडाफोन और आइडिया सेल्युलर के विलय को अंतिम मंजूरी तब दी है जब दोनों कंपनियों ने संयुक्‍त रूप से 7,268.78 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया है. दोनों कंपनियों ने नकद में 3,926.34 करोड़ रुपए का भुगतान किया है और 3,322.44 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी दी है.

इससे पहले दूरसंचार विभाग ने 9 जुलाई 2018 को दोनों कंपनियों को सशर्त विलय की अनुमति दी थी.

मार्च 2017 में विलय की घोषणा की गई थी.

विलय से संबंधित मुख्य तथ्य:

  • इन दो कंपनियों के विलय के बाद बनने वाली वोडाफोन आइडिया लिमिटेड नामक नई कंपनी की बाजार हिस्‍सेदारी लगभग 35 प्रतिशत होगी और इसके सब्‍सक्राइर्ब्‍स की संख्‍या लगभग 43 करोड़ होगी.
  • विलय के बाद बनने वाली कंपनी देश की सबसे बड़ी दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी होगी जिसका मूल्य डेढ़ लाख करोड़ रुपए से अधिक (23 अरब डॉलर) होगा.
  • नई कंपनी बनाने के बाद भारती एयरटेल देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी नहीं रह जाएगी.
  • संयुक्त उद्यम में वोडाफोन की हिस्सेदारी 45.1 प्रतिशत और कुमारमंगलम बिड़ला के नेतृत्व वाले आदित्य बिड़ला समूह की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत तथा आइडिया के शेयरधारकों की हिस्सेदारी 28.9 प्रतिशत होगी.

दूरसंचार क्षेत्र में अन्य महत्वपूर्ण विलय:

केंद्रीय दूरसंचार विभाग ने 14 मई 2018 को टेलीनॉर इंडिया का भारती एयरटेल में विलय को मंजूरी दे दी थी. वर्ष 2017 में ही दोनों कंपनियों के बीच विलय पर सहमति हो गई थी. एयरटेल ने कहा था कि उसने नार्वे की इस बड़ी कंपनी के अधिग्रहण के लिए 'निश्चित समझौते' के तहत डील की है.

रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के स्पेक्ट्रम, मोबाइल टावर और ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क सहित अन्य मोबाइल बिजनस असेट्स खरीदने का सौदा किया था. रिलायंस जियो ने 3.75 अरब डॉलर के सौदे में आरकॉम की वायरलेस परिसंपत्तियों का अधिग्रहण किया.

दूरसंचार कंपनी टाटा टेलीसर्विसेज का विलय भारती एयरटेल में हुआ. इस सौदे को दुनिया के सबसे बड़े दूरसंचार बाजारों में से एक भारत में एकीकरण का एक और मजबूत संकेत माना गया. इस अधिग्रहण के बाद 40 मिलियन टाटा डोकोमो यूजर्स एयरटेल में स्विच कर दिए गए. सौदे के एक हिस्से के रूप में, टाटा टेलीसर्विसेज लिमिटेड व्यापार को 'नकद मुक्त और ऋण मुक्त' आधार पर भारती को स्थानांतरित कर देगा.

पृष्ठभूमि: 

जियो के आने से पहले तक भारती एयरटेल के बाद भारतीय मोबाइल सेवा बाजार में दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन थी. जबकि आइडिया तीसरे नंबर पर थी. विलय को 26 जुलाई 2018 को अंतिम मंजूरी दे दी गयी है और औपचारिकताओं का अंतिम चरण पूरा करने के लिये कंपनियों को मंजूरी के लिये कंपनी रजिस्ट्रार (आरओसी) के सामने विवरण प्रस्तुत करना होता हैं.

पाकिस्तान चुनाव 2018: इमरान खान की पार्टी पीटीआई आम चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी


पाकिस्तान चुनाव 2018

क्रिकेट से राजनीति में आए इमरान खान सत्ता के बेहद करीब पहुंच गए हैं. उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ अभी तक की मतगणना के बाद बहुमत के पास है. हालंकि, विपक्षी दलों ने मतगणना के दौरान भारी धांधली का आरोप लगाया है और फिर से चुनाव कराने की मांग की है.

पाकिस्‍तान में आम चुनाव के आधिकारिक नतीजे घोषित कर दिए गए हैं. इसके अनुसार, पाकिस्‍तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नेता इमरान खान को प्रधानमंत्री बनने के लिए दूसरी पार्टियों से गठबंधन करना पड़ेगा. चुनाव अधिकारियों के अनुसार, पीटीआई ने 269 में से 119 सीटें जीती हैं. लेकिन बहुमत के लिए 137 सीटें जरूरी हैं. चुनावों में शरीफ परिवार की पार्टी पाकिस्‍तान मुस्लिम लीग को 56 सीटें मिली हैं. तीसरे स्‍थान पर पाकिस्‍तान पीपुल्‍स पार्टी है जिसे 36 सीटें हासिल हुई हैं. अभी तक 20 सीटों के नतीजे घोषित नहीं किए गए हैं.

भारत के साथ संबंध:

इमरान खान ने कहा की वह भारत से बेहतर संबंध बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों पड़ोसियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप उपमहाद्वीप के लिए नुकसानदेह है जिसे रोका जाना चाहिए. उन्‍होंने कहा कि वह अपने क्रिकेट के समय से ही भारत को अच्‍छी तरह से जानते आए हैं. उन्‍होंने यह भी कहा कि पाकिस्‍तान में हर गलत चीज को भारत के मत्‍थे कर देना खत्‍म करना होगा. उन्‍होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच कश्‍मीर का मसला सबसे बड़ा है, जिसको हल करने की कवायद शिद्दत के साथ की जानी चाहिए. इस दौरान उन्‍होंने भारत पर कश्‍मीर में मानवाधिकार उल्‍लंघन का आरोप भी लगाया.

इमरान खान:

  • इमरान खान का जन्म 25 नवम्बर 1952 को हुआ था.
  • वे एक सेवानिवृत्त पाकिस्तानी क्रिकेटर हैं.
  • वर्तमान में, अपनी राजनीतिक सक्रियता के अलावा, ख़ान एक धर्मार्थ कार्यकर्ता और क्रिकेट कमेंटेटर भी हैं.
  • उन्होंने वर्ष 1971-1992 तक पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के लिए खेले और वर्ष 1982 से वर्ष 1992 के बीच, आंतरायिक कप्तान रहे.
  • वर्ष 1987 के विश्व कप के अंत में, क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, उन्हें टीम में शामिल करने के लिए वर्ष 1988 में दुबारा बुलाया गया.
  • 39 वर्ष की आयु में इमरान खान ने पाकिस्तान की प्रथम और एकमात्र विश्व कप जीत में अपनी टीम का नेतृत्व किया.
  • उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3,807 रन और 362 विकेट का रिकॉर्ड बनाया है, जो उन्हें 'आल राउंडर्स ट्रिपल' हासिल करने वाले छह विश्व क्रिकेटरों की श्रेणी में शामिल करता है.
  • इमरान खान ने अप्रैल 1996 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (न्याय के लिए आंदोलन) नाम की एक छोटी और सीमांत राजनैतिक पार्टी की स्थापना की और उसके अध्यक्ष बने.
  • उन्होंने नवंबर 2002 से अक्टूबर 2007 तक नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में मियांवाली का प्रतिनिधित्व किया.
  • इमरान खान ने विश्व भर से चंदा इकट्ठा कर, वर्ष 1996 में शौकत ख़ानम मेमोरियल कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र और वर्ष 2008 में मियांवाली नमल कॉलेज की स्थापना में मदद की.

पृष्ठभूमि:

पाकिस्तान के इस बार के आम चुनावों में पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पीटीआई, नवाज शरीफ की पीएमएल-एन और बिलावल भुट्टो जरदारी की पार्टी पीपीपी के बीच त्रिकोणीय चुनावी मुकाबला था. इसमें इमरान खान की पार्टी ने बाजी मारी है. बता दें कि पाकिस्तान में कुल चार प्रांत हैं. पंजाब, बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और सिंध। इन चारों प्रांतों में चुनाव हो रहे हैं.

बता दें कि सरकार बनाने के लिए 137 सीटों की जरूरत है. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य होते हैं जिनमें से 272 को सीधे तौर पर चुना जाता है जबकि शेष 60 सीटें महिलाओं और 10 सीटें धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं.

सुरक्षित चुनाव कराने के लिए देशभर में सेना के 3.70 लाख जवानों के अलावा 4.50 लाख पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए थे.



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