राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के बिजली, नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रियों का सम्मेलन 03 जुलाई 2018 को शिमला, हिमाचल प्रदेश में आयोजित किया जाएगा.
सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय बिजली, नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर के सिंह द्वारा किया जाएगा.
उद्देश्य:
इस एक दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य वर्तमान में जारी विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की समीक्षा करना एवं बिजली तथा नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों से संबंधित कई सारे मुद्दों पर विचार विमर्श करना है.
मुख्य तथ्य:
बिहार बोर्ड 12वीं कक्षा की परीक्षा जिन लड़कियों ने अच्छे नंबर से पास की है उन्हें बिहार सरकार ने 10 हजार रुपये की स्कॉलरशिप देने का घोषणा किया है. सरकार ने कहा की उन सभी अविवाहित लड़कियों को स्कॉलरशिप दी जाएगी जिन्होंने 12वीं बोर्ड में अच्छे अंकों के साथ परीक्षा पास की है.
दरअसल, राशि बिहार सरकार की महत्वकांक्षी योजना ‘मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना’ के तहत दी जाएगी.
राज्य सरकार ने अब तक स्कॉलरशिप की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. वहीं चुनी गई लड़कियों को स्कॉलरशिप का रकम सीधा उनके बैंक में ही ट्रांसफर कर दी जाएगी.
बिहार सरकार के अनुसार स्कॉलरशिप किसी भी परिवार के 2 सदस्यों को ही मिलेगी.
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना:
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना बिहार सरकार की महत्वकांक्षी योजना हैं. यह योजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अप्रैल 2018 में लॉन्च की है. योजना के संचालन से प्रदेश की कन्याओं का जीवन में सुधार होगा. साथ ही उच्च शिक्षा प्राप्त करने में आसानी होगी. योजना का संचालन वृहद स्तर पर किया जा रहा है. इसके प्रचार-प्रसार की भी व्यवस्था की गई है. ताकि इस योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा कन्याओं को प्राप्त हो सके.
इस योजना को शुरू करने के लिए प्रदेश सरकार का सबसे मुख्य उद्देश्य लड़कियों को शिक्षित बनाना है. कई बार पैसों की कमी के कारण लड़कियां अशिक्षित रह जाते हैं. और उनकी शिक्षा पूरी नहीं हो पाती है. ऐसी स्थिति में प्रदेश सरकार लड़कियों की मदद करती रहेगी.
सरकार द्वारा इस योजना को लागू करने का एक उद्देश्य लिंग अनुपात में वृद्धि करना भी है. लड़की और लड़का में भेदभाव करने के कारण कई बार लोग लड़कियों को पैदा होने से पहले मार देते हैं. ऐसी स्थिति में प्रदेश सरकार लड़कियों के माता-पिता की आर्थिक सहायता करके उन्हें लड़कियों को बेहतर शिक्षा और जीवन प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करेगी.
बिहार बोर्ड कक्षा 12वीं का रिजल्ट:
बिहार बोर्ड कक्षा 12वीं का रिजल्ट 06 जून 2018 को घोषित कर दिया गया था. इस परीक्षा में 52.9 प्रतिशत छात्र पास हुए थे, जिसमें साइंस में 44.41, आर्ट्स में 61 फीसदी और कॉमर्स में 91 फीसदी बच्चे पास हुए थे.
बिहार के उपमुख्यमंत्री और वित्तमंत्री सुशील कुमार मोदी ने 27 फरवरी 2018 को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2018-19 का बजट पेश किया. सुशील कुमार मोदी ने 1.76 लाख का बजट पेश किया.
बिहार राज्य के 2018-19 के बजट में गांवों, स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि सेक्टर पर अधिक फोकस रहा है.
शिक्षा बजट में बढ़ोतरी की गई है. अब शिक्षा बजट के लिए 25 हजार करोड़ रुपए से बढ़ाकर 32 हजार 125 करोड़ 64 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है.
बजट से संबंधित मुख्य तथ्य:
• 2018-19 में कुल 1,580,52 करोड़ रुपए की राजस्व प्राप्ति का अनुमान लगाया गया है.
• राज्य में टूरिजम को बढ़ावा देने के लिए 153.45 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है.
• 10,000 स्टूडेंट्स को सोलर लाइट दी जाएंगी.
• पेंशन के लिए 15 हजार 828 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
• पर्यटन विभाग के लिए 153.45 करोड़ रुपए का प्रावधान.
• बकाया वापसी के लिए 7 हजार 326 करोड़ रुपए का प्रावधान.
• बिहार की विकास दर 10.3 फीसदी है जो कि देश की विकास दर से 3.3 फीसदी ज्यादा है.
• राजस्व और भूमि सुधार पर 862.21 करोड़ रुपए, नगर विकास पर 4413.58 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.
• उद्योग विभाग के लिए 622.04 करोड़, आपदा प्रबंधन के लिए 677.15 करोड़ रुपए का प्रावधान.
• समाज कल्याण के लिए 10 हजार 188 करोड़ रुपए का प्रावधान.
• हर घर में बिजली पहुंचाने के लिए राज्य सरकार 10,257.66 करोड़ रुपए खर्च करेगी. वहीं बजट में मंदिरों के लिए भी सरकार ने 30 करोड़ रुपए देने की बात कही है.
• स्वास्थ्य पर 7,793 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
• बिहार के वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने आठवें बजट में मद्य निषेध विभाग के लिए 184.75 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. बिहार में मद्य निषेध को प्रभावी ढंग से लागू करने हेतु उत्पाद विभाग के अन्वेषन को मजबूत किया जा रहा है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री और वित्तमंत्री सुशील कुमार मोदी ने 27 फरवरी 2018 को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2018-19 का बजट पेश किया. सुशील कुमार मोदी ने 1.76 लाख का बजट पेश किया.
बिहार राज्य के 2018-19 के बजट में गांवों, स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि सेक्टर पर अधिक फोकस रहा है.
शिक्षा बजट में बढ़ोतरी की गई है. अब शिक्षा बजट के लिए 25 हजार करोड़ रुपए से बढ़ाकर 32 हजार 125 करोड़ 64 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है.
बजट से संबंधित मुख्य तथ्य:
• 2018-19 में कुल 1,580,52 करोड़ रुपए की राजस्व प्राप्ति का अनुमान लगाया गया है.
• राज्य में टूरिजम को बढ़ावा देने के लिए 153.45 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है.
• 10,000 स्टूडेंट्स को सोलर लाइट दी जाएंगी.
• पेंशन के लिए 15 हजार 828 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
• पर्यटन विभाग के लिए 153.45 करोड़ रुपए का प्रावधान.
• बकाया वापसी के लिए 7 हजार 326 करोड़ रुपए का प्रावधान.
• बिहार की विकास दर 10.3 फीसदी है जो कि देश की विकास दर से 3.3 फीसदी ज्यादा है.
• राजस्व और भूमि सुधार पर 862.21 करोड़ रुपए, नगर विकास पर 4413.58 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.
• उद्योग विभाग के लिए 622.04 करोड़, आपदा प्रबंधन के लिए 677.15 करोड़ रुपए का प्रावधान.
• समाज कल्याण के लिए 10 हजार 188 करोड़ रुपए का प्रावधान.
• हर घर में बिजली पहुंचाने के लिए राज्य सरकार 10,257.66 करोड़ रुपए खर्च करेगी. वहीं बजट में मंदिरों के लिए भी सरकार ने 30 करोड़ रुपए देने की बात कही है.
• स्वास्थ्य पर 7,793 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
• बिहार के वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने आठवें बजट में मद्य निषेध विभाग के लिए 184.75 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. बिहार में मद्य निषेध को प्रभावी ढंग से लागू करने हेतु उत्पाद विभाग के अन्वेषन को मजबूत किया जा रहा है.
• मुजफ्फरपुर जिले में तीन नये कृषि विज्ञान केंद्र बनेंगे.
• जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार प्रति किसान 6000 रुपए देगी.
• 'हर घर नल का जल', बिजली, सड़क सरकार का लक्ष्य है.
• जिलों में एएनएम कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज की स्थाकपना की जायेगी.
• राज्य में कई नए पॉलिटेक्निक कॉलेज खोले जायेंगे.
• इस बार बजट में निबंधन शुल्क में बढ़ोत्तरी की गई है.
• राजगीर में 60 करोड़ रुपए खर्च कर चिड़ियाघर बनाया जाएगा.